शिवखोरी | Shivkhori Gufa Story
शिवखोरी गुफा जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में स्थित एक पवित्र धार्मिक स्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस गुफा का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है और यहाँ हर साल हजारों श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। शिवखोरी का शाब्दिक अर्थ है “शिव का घर” और इसे ‘स्वयंभू’ शिवलिंग के लिए जाना जाता है, जो गुफा के अंत में स्थित है।
शिवखोरी की कहानी| Shivkhori ki kahani in hindi
शिवखोरी गुफा के साथ कई धार्मिक और पौराणिक कहानियाँ जुड़ी हुई हैं। सबसे प्रसिद्ध कहानी इस प्रकार है:
कहा जाता है कि भगवान शिव अपने परिवार के साथ (माता पार्वती, गणेश, और कार्तिकेय) इस गुफा में रहते थे। यह गुफा दैत्यों और राक्षसों से बचने के लिए एक छिपने का स्थान था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भस्मासुर नामक राक्षस ने भगवान शिव से एक वरदान प्राप्त किया था, जिसके अनुसार वह जिसके सिर पर हाथ रखेगा, वह भस्म हो जाएगा।
भस्मासुर ने इस वरदान का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया और भगवान शिव को भी भस्म करने की कोशिश की। भगवान शिव इससे बचने के लिए इस गुफा में छिप गए। जब भस्मासुर भगवान शिव के पीछे इस गुफा में आया, तो भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर भस्मासुर को उसकी ही चाल में फंसा लिया और अंततः वह खुद ही भस्म हो गया।
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कहा जाता है कि गुफा में जो शिवलिंग स्थापित है, वह ‘स्वयंभू’ है, अर्थात यह स्वयंस्फूर्त रूप से प्रकट हुआ है। इस शिवलिंग की ऊंचाई लगभग 4 फीट है और इसे देखने से ऐसा प्रतीत होता है जैसे शिवलिंग लगातार बढ़ रहा हो। गुफा के भीतर शिवलिंग के अलावा अन्य देवी-देवताओं की आकृतियाँ भी प्राकृतिक रूप से उकेरी हुई प्रतीत होती हैं, जिनमें माता पार्वती, गणेश, और नंदी की आकृतियाँ शामिल हैं।
गुफा की विशेषताएँ:
- गुफा की लंबाई: लगभग 200 मीटर लंबी है, और इसमें एक संकरी जगह है, जिससे होकर श्रद्धालुओं को अंदर जाना पड़ता है।
- गुफा के भीतर की संरचना: गुफा में अंदर जाते ही एक विशाल हॉल मिलता है, और धीरे-धीरे यह संकरी होती जाती है।
- शिवलिंग: गुफा के अंत में भगवान शिव का स्वयंभू शिवलिंग स्थित है, जो यहाँ का मुख्य आकर्षण है।
धार्मिक महत्व:
शिवखोरी गुफा को भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां विशेष पूजा-अर्चना और मेला आयोजित किया जाता है। भक्तों का मानना है कि इस गुफा में दर्शन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
शिवखोरी गुफा का वातावरण, यहाँ की शांति, और धार्मिक आस्था इसे भक्तों और पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल बनाते हैं।