Shri Krishna 2 Line Shayari
सांवरे तेरे बिना जी ना लगे, तुझसे मिलन की आस में दिल धड़के।
राधा के बिना कृष्ण अधूरे, प्रेम के बिना जीवन अधूरे।
कृष्ण के प्रेम में रंगी जो राधा, उसकी तो दुनिया ही निराली हो गई।
तेरे नाम की रट लगाए ये दिल, सांवरे तू ही बसाए ये दिल।
बंसी की धुन पर जब छेड़ी वो तान, राधा का मन हो गया बलिहारी।
कृष्ण से जोड़ी है मैंने अपनी हर बात, अब बस उन्हीं में है मेरा हर दिन-रात।
मुझे राधा सा प्यार दे दो, कृष्ण सा दुलार दे दो।
तेरी मोहब्बत में खोकर, सांवरे हम हो गए फकीर।
सांवली सूरत, मीठी बंसी की तान, कृष्ण के प्रेम में सब हो गए बलिहारी।
राधा-कृष्ण का प्यार, प्रेम की सच्ची परिभाषा है।
राधा की चाहत है कृष्णा, उनके दिल की विरासत है कृष्णा।
प्रेम में जब तक कृष्ण का नाम नहीं, राधा का श्रृंगार अधूरा है।
बंसी की धुन पर मन मचलता है, कृष्ण की मोहब्बत में दिल बहलता है।
कृष्ण प्रेम शायरी 2 लाइन
जो हैं मुरली के धनी, वही है मेरे दिल की धड़कन।
कृष्ण के बिना राधा अधूरी, जैसे बिना प्रेम के ये दुनिया पूरी।
जिनके होंठों पर मुरली, दिलों में बस वो ही बसते हैं।
राधा का श्रृंगार कृष्ण के बिना अधूरा, जैसे रात बिना चांदनी के अंधेरा।
कृष्ण से प्यारा कोई नहीं, राधा के दिल में दूसरा कोई नहीं।
राधा कृष्ण के बिना, जैसे सूरज बिना रोशनी।
सांवरे तेरी यादों में, दिल को मिला चैन।
तू बंसी बजाता, और हम दिल में खो जाते।
राधा की चाहत कृष्ण के बिना अधूरी, प्रेम के बिना ये दुनिया मजबूरी।
कृष्ण के नाम की महक, राधा के प्रेम की ललक।
तेरे बिना सांवरे, दिल नहीं लगता।
कृष्ण के प्रेम में डूबा दिल, राधा सा सच्चा प्यार कोई नहीं।
राधा का सच्चा प्यार कृष्ण, जीवन का आधार कृष्ण।
कृष्ण के बिना प्रेम अधूरा, राधा के बिना श्रृंगार अधूरा।
तू मुरली की तान, मैं तेरे प्रेम की जान।
कृष्ण के नाम की मस्ती, राधा के मन में बसी।
मेरा हर लम्हा कृष्ण के नाम, जीवन का हर सपना कृष्ण के साथ।
राधा के प्रेम में, कृष्ण की बंसी की धुन है।
जब भी कृष्ण का नाम लिया, राधा का सच्चा प्रेम मिला।
सांवरे तुझसे मोहब्बत ऐसी, जैसे बिना पानी के नदी।
कृष्ण की बंसी सुन, राधा के दिल में बसी एक धुन।
तेरे नाम की मिठास, कृष्णा दिल के पास।
बंसी की तान है, राधा का अरमान है।
तेरे बिना सांवरे, सब कुछ वीरान है।
राधा के प्रेम में डूबी हर रात, कृष्णा के बिना सूना हर दिन।
कृष्ण के बिना यह प्रेम अधूरा, राधा के बिना संसार अधूरा।
जब भी तू बंसी बजाता है, दिल में तू ही समाता है।
तेरे बिना राधा का श्रृंगार अधूरा, तेरे बिना दिल का प्यार अधूरा।
कृष्ण का नाम है मधुर, राधा के दिल में बसी शीतलता।
जब भी कृष्णा का नाम लिया, प्रेम का सागर उमड़ आया।
कृष्ण के प्रेम में खोकर, राधा ने पाया सच्चा मोती।
बंसी की तान और राधा का मान, दोनों में बसी कृष्णा की पहचान।
राधा-कृष्ण का प्रेम अनमोल, जीवन को देती है सही मोल।
तेरे बिना राधा का जीवन सूना, प्रेम के बिना जीवन अधूरा।
कृष्ण के बिना राधा का श्रृंगार नहीं, प्रेम के बिना यह संसार नहीं।
तू मुरली बजाता, मैं तेरे प्रेम में खो जाता।
कृष्ण के बिना राधा का हर दिन वीरान, प्रेम के बिना यह संसार अधूरा।
राधा ने कृष्ण से सच्चा प्रेम किया, संसार ने राधा के प्रेम को पूज लिया।
सांवरे की बंसी की धुन में, राधा का दिल बसा।
कृष्ण का प्रेम राधा के दिल की जान, सच्चे प्रेम का अनमोल दान।
कृष्ण के बिना प्रेम की कोई राह नहीं, राधा के बिना दिल का कोई स्थान नहीं।
तू मुरली बजाता, और हम सब भूल जाते।
कृष्ण के प्रेम में राधा का जीवन बसा, प्रेम में सब कुछ पा लिया।
तेरे बिना जीवन है वीरान, कृष्णा, तू ही है दिल की जान।
राधा का श्रृंगार तेरे बिना अधूरा, जीवन का हर सपना तेरे संग पूरा।
कृष्ण का नाम जब भी दिल से लिया, प्रेम का सागर उमड़ आया।
राधा-कृष्ण का प्रेम अनंत, जीवन का सच्चा पथप्रदर्शक।
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