कामाख्या मंदिर असम

कामाख्या मंदिर असम – इतिहास, धार्मिक महत्व और यात्रा गाइड

कामाख्या मंदिर: असम का पवित्र शक्तिपीठ – एक संपूर्ण गाइड

कामाख्या मंदिर असम का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो माँ कामाख्या देवी को समर्पित है। यह मंदिर तांत्रिक साधना के लिए विश्व प्रसिद्ध है और असम की धार्मिक धरोहर का एक अनमोल हिस्सा है।

कामाख्या मंदिर असम

कामाख्या मंदिर का इतिहास (Kamakhya Temple History)

कामाख्या मंदिर का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। यह मंदिर उन 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां देवी सती के अंग गिरे थे। मान्यता है कि यहाँ देवी सती का योनि भाग गिरा था, और इसी कारण से यह स्थान तांत्रिक साधना का प्रमुख केंद्र बना। मंदिर का वर्तमान ढांचा 16वीं शताब्दी में कूच बिहार के राजा नर नारायण द्वारा पुनर्निर्मित किया गया था।

कामाख्या मंदिर की वास्तुकला (Kamakhya Temple Architecture)

कामाख्या मंदिर की वास्तुकला एक विशिष्ट शैली को दर्शाती है, जिसे ‘निलाचल शैली’ कहा जाता है। इस मंदिर का गुंबदाकार ढांचा असम की पारंपरिक वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है। मंदिर के गर्भगृह में माँ कामाख्या की पवित्र प्रतीक के रूप में एक योनि आकार का शिलाखंड है, जिसे जल से ढका जाता है।

कामाख्या मंदिर का धार्मिक महत्व (Religious Significance of Kamakhya Temple)

कामाख्या मंदिर का धार्मिक महत्व तांत्रिक पूजा और साधना में विशेष रूप से निहित है। यहाँ पर हर साल जून के महीने में अंबुबाची मेला आयोजित होता है, जो कि मंदिर का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। यह माना जाता है कि इस समय माँ कामाख्या रजस्वला होती हैं, और मंदिर के द्वार तीन दिनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं। इसके बाद भक्तों को देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंदिर खोला जाता है।

कैसे पहुंचे कामाख्या मंदिर (How to Reach Kamakhya Temple)

  • हवाई मार्ग: गुवाहाटी का लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कामाख्या मंदिर के सबसे नजदीक है। यह हवाई अड्डा मंदिर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • रेल मार्ग: गुवाहाटी रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है, और यह मंदिर से केवल 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • सड़क मार्ग: गुवाहाटी अच्छी सड़क संपर्क से जुड़ा हुआ है, और विभिन्न शहरों से यहां बस या टैक्सी के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।

कामाख्या मंदिर की दर्शन समय (Kamakhya Temple Darshan Timings)

कामाख्या मंदिर भक्तों के लिए हर दिन सुबह 8:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक खुला रहता है। हालांकि, अंबुबाची मेला के दौरान मंदिर के समय में बदलाव हो सकता है।

कामाख्या मंदिर के आसपास के आकर्षण (Nearby Attractions to Kamakhya Temple)

  • उमानंद मंदिर: ब्रह्मपुत्र नदी के एक द्वीप पर स्थित, यह शिव मंदिर एक और प्रमुख धार्मिक स्थल है जिसे कामाख्या मंदिर की यात्रा के दौरान देखा जा सकता है।
  • सुकरेश्वर मंदिर: यह गुवाहाटी में स्थित एक अन्य महत्वपूर्ण शिव मंदिर है, जो ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे पर स्थित है।
  • काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान: यदि आप गुवाहाटी में कुछ समय बिताने की योजना बना रहे हैं, तो विश्व धरोहर स्थल काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भी देखने योग्य है, जो एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है।

कामाख्या मंदिर – विकिपीडिया – Wikipedia

निष्कर्ष (Conclusion)

कामाख्या मंदिर केवल असम ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। इसकी पवित्रता, ऐतिहासिक महत्व, और विशिष्ट तांत्रिक परंपराएँ इसे विशेष बनाती हैं। अगर आप आध्यात्मिकता और तंत्र साधना में रुचि रखते हैं, तो कामाख्या मंदिर की यात्रा आपके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव हो सकती है।

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